छोटी चाची के साथ सेक्स : भाग-६

दोस्तों,
एक बन्द कमरे में दोनों नग्न हो रहे थे तो आंटी के पेटीकोट को खोलकर उसको पूर्णतः नग्न कर दिया और वो मेरे लंड को पकड़ सहलाने लगी तो मैं उसे बेड पर लिटाकर उसके जांघों के बीच चेहरा किया फिर चूत को चूमने लगा, ३३ साल की औरत की चूत के दोनों फांक गद्देदार थे तो दरार स्पष्ट साथ ही हल्के रोएं उग आए थे और मैं लालिमा लिए बुर को जीभ से चाटने लगा, बोली ” राहुल दवाई से तो तेरा लंड खड़ा हो गया
( मैं चेहरा उपर किए बोला ) पांच मिनट के अंदर ही सेक्सी, वैसे तुम ये दवाई कहां से ली
( वो ) एक मेडिकल स्टोर से ” फिर मैं उसकी बुर की गहराई में पूरा जीभ पेलकर चाटने लगा तो हाथ उसके कमर को कसकर पकड़े था और वो सिसक रही थी साथ ही अपने चूतड़ को थोड़ा ऊपर भी उठाने लगी, मैं उनकी कोमल चूत को लपलप चाटता हुआ मस्त था फिर उसके दोनों फांकों को ओंठो के बीच लेकर चूसने लगा तो वो ” उह ओह उफ़ राहुल अब नहीं प्लीज़ चोद दो ” मैं उसकी चूत चूसने लगा तो लंड अब चूत में जाने को आतुर था साथ ही वो अपने चूतड़ हवा में उठा उठाकर कामुकता दर्शा रही थी फिर मैं बुर छोड़कर वाशरूम गया और फ्रेश होकर वापस आया तो आंटी बेड पर एक चादर ओढ़े लेटी हुई थी। मैं उनके मुंह के पास बैठा तो कमर से टॉवेल लपेट रखा था साथ ही उनके चेहरा को सहलाता हुआ बोला ” आज दूसरे स्टाइल से मुंह चोदूंगा ” तो वो बिना कुछ बोले चेहरा मेरे लंड की ओर की तो मैं टॉवेल हटाकर लंड पकड़ा और बबीता मुंह खोलकर मेरा लन्ड निगल ली तो मैं उसके सर के पीछे हाथ लगाकर घुटने के बल बैठा रहा, अब वो मेरे कमर में हाथ डाले मुंह का झटका देने लगी तो मेरा लंड उसकी मुंह में कड़ा होने लगा, ज्योंहि वो अपना मुंह स्थिर की मैं उसकी मुंह में लंड पेल पेलकर चोदने लगा और उसकी बंद आंखें साथ ही लालिमा लिया चेहरा देख मन डोल गया लेकिन वो तो खुद चुदाई को आईं थीं, अब मैं लंड को उसके मुंह से निकालकर उसके तन पर से चादर हटाया तो वो अपने जांघों को एक दूसरे पर चढ़ाकर रगड़ने लगी और मैं उसके सीने पर चेहरा लगाकर उसकी चूची को पकड़ मुंह में लेकर चूसने लगा तो बबीता मेरे सर पर हाथ फेरने हुए दूध पिलाने लगी और मेरा टाईट लंड उसकी हाथ में था फिर बबीता ” उह ओह आह राहुल अब प्लीज़ चोद ना कितनी खुजली हो रही है ” तो मैं बबीता की दूसरी चूची मुंह में लेकर चूसने लगा और लंड तो इस क़दर टाईट हो चुका था कि उसका चमड़ा पूरी तरह खुलकर चोदने को आतुर था, पल भर बाद चाची की चूची को छोड़कर मूतने चला गया फिर आकर नग्न लेटी औरत की जांघों को सहलाने लगा तो वो खुद टांगें फैलाई बुर चुदाई का आमंत्रण दे रही थी। राहुल का ६-७ इंच लम्बा और दो इंच मोटा लंड उसके हाथ में था तो मैं अब उसकी बुर में लंड घुसाने लगा, आधा लंड घुसते ही मैं कमर थामा फिर जोर का धक्का वो भी थोड़ा तिरछा दिया ताकि इसकी फैली हुई चूत के दीवार पर धक्का देकर पानी तो निकाल दूं, साली रण्डी का बुर चाटा साथ ही चूची चूसा फिर पूरे बदन को किस्स किया साथ ही उसकी मुंह को लंड से पल भर तक चोदा फिर भी साली कि चूत नहीं पनियाई, तो दे दनादन चोदने लगा और बबीता की गर्म चूत में मेरा मूसल लंड तेज गति से दौड़ लगा रहा था, बबीता आहें भरने लगी ” उह ओह आह राहुल और तेज चोद फाड़ दे मेरी चूत को ” तो मैं चोदता हुआ मस्त था, एक तो वाईन का नशा उसपर से दवाई के प्रभाव से लंड की अकड़, पल भर बाद उसकी चूत से रस निकलने लगा तो मैं लंड निकालकर उसकी चूत में जीभ घुसाए चाटने लगा ” ओह उई मां चाट रे कुते ओह ” फिर टॉवेल से उसकी चूत को साफ करके उसे बेड पर ही डॉगी स्टाइल में किया तो चाची का ५’५ फीट का जिस्म साथ ही गोल गुंबदाकार गान्ड और सीने से लटकते चूचियां देख मन खुश हो गया और वो अपने बदन को घुटने और कोहनी के बल करके चुदाई को तड़प रही थी तो मैं उसकी चूतड़ के सामने बैठकर उसकी गान्ड के छेद को चौड़ा किया फिर जीभ से चाटने लगा और वो ” अबे साले कुत्ते गान्ड को मत चाट अब चोद ना ” मैं उसकी चूत में गान्ड की ओर से ही लंड पेलने लगा तो चूतड़ के नीचे से लंड छेद में डाले उसकी कमर को पकड़ लिया फिर चुदाई करने लगा तो मेरा लंड पूरी तरह से गर्म हो चुका था लेकिन काम की मूर्त बबीता अपनी चूतड़ हिलाने लगी तो दोनों को चुदाई का आनंद आने लगा, मैं झट से चाची के सीने से लटकते चूची को पकड़ दबाने लगा तो वो किसी चुदक्क़ड औरत की तरह अपनी चूतड़ को हिलाने लगी और मैं उनकी चूची को पुचकारता हुआ चुदाई के आखिरी पड़ाव पर था, दोनों कामाग्नि में जल रहे थे तो मैं चोद चोदकर हांफने लगा फिर चींख़ उठा ” उह ओह ले साली तुझे तो चार रात में पेट से करके ही छोड़ूंगा ” और मेरे लंड से वीर्य स्खलित होकर उसकी चूत को गीला कर दिया, थोड़ा बहुत वीर्य चूत से टपक कर चुने भी लगा तो चाची मेरा लंड मुंह में लेकर चूसने लगी और वीर्य का स्वाद लेकर मस्त हो गई।

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